अक्सर गाड़ियों और सड़कों की बात करने वाले केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ऐसी बात कही है जिससे किसानों के चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी. नितिन गडकरी ने बताया कि देश में दूध का प्रोडक्शन बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोग अपनी सेहत को लेकर फिक्रमंद हुए हैं. कोल्ड ड्रिंक की बजाय दूध पीने की बात कही. उन्होंने कहा कि अलग-अलग फ्लेवर के मिल्क मार्केट में आ रहे हैं. गडकरी ने देश में दूध का उत्पादन कैसे बढ़ेगा इसको लेकर बात की. उन्होंने कहा कि 1952 में भारत की गिर नस्ल ब्राजील गई। इसी नस्ल की गाय वहां पर एक दिन में 60 लीटर दूध देती है. इसका कनेक्शन बताते हुए नितिन गडकरी ने बताया कि जल्द भारत में ऐसा संभव होगा.
ब्राजील में 60 लीटर दूध देती है भारत की गाय :
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि 1952 में भारत की गिर नस्ल की गायों को ब्राजील ले जाया गया था. इसी नस्ल की गाय वहां एक दिन में 60 लीटर दूध देती है. उन्होंने बताया कि भारत में भी ऐसा हो सकेगा. गडकरी ने कहा कि देश में दूध का उत्पादन बढ़ाने की दिशा में काम हो रहा है. इसके लिए सरकार की ओर से किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह की योजनाएं भी चलाई जा रही हैं और तकनीकों पर भी काम हो रहा है.
2 लीटर की बजाय 22 लीटर दूध देने लगेगी गाय :
नितिन गडकरी ने कहा कि भारत की ही गिर नस्ल की गाय ब्राजील ले जाई गई, जो वहां रोजाना 60 लीटर दूध देती है. उसके बुल के सीमेन को रोजाना दो लीटर दूध देनेवाली गायों को इंजेक्ट करने पर रोजाना 22 लीटर दूध देने वाली गाय तैयार हो जाती है.
गडकरी ने कहा कि टेस्ट ट्यूब बेबी की तरह टेस्ट ट्यूब बछिया तैयार हो रही है. यह ऐसे होगा कि गाय के पेट में एंब्रियो बदलकर ऐसी गायें तैयार होंगी जो देसी नस्ल की होगी, लेकिन 40 से 50 लीटर तक दूध देगी. उन्होंने कहा कि इस प्रयोग से बछड़ा होगा ही नहीं, बछिया ही होगी. इस बात की गारंटी है.
कैसी होती हैं गिर गाय?
गिर गाय की नस्ल का जुड़ाव गुजरात से है. गुजरात के अलावा यह नस्ल राजस्थान, महाराष्ट्र में भी पाई जाती है. मध्य प्रदेश, हरियाणा, उत्तर प्रदेश से लेकर यह नस्ल ब्राजील तक फेमस है. इन गायों का शरीर सामान्यत: लाल रंग का होता है जिस पर सफेद धब्बे होते हैं. गिर गाय का जीवनकाल 12 से 15 साल तक का होता है. अपने जीवनकाल में ये गायें 6 से 12 बाछा-बछिया पैदा कर सकती है.
गिर गाय के दूध की खासियतें?
गिर गाय का दूध डायबिटीज, हाई ब्लडप्रेशर समेत कई बीमारियों के मरीजों के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है. जर्सी गायों या विदेशी नस्ल की अन्य गायों की तुलना में इनका दूध काफी ज्यादा सुपाच्य और सेहतमंद होता है. इसके करीब साढ़े तीन लीटर ए-2 दूध में 8 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है. वहीं इसमें पाई जाने वाली ए-1 कैसिइन प्रोटीन स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक बताई जाती है.
तीन गुना बढ़ जाएगा मिल्क प्रॉडक्शन :
नितिन गडकरी ने कहा कि यह प्लान अपनाया गया तो इससे दूध का उत्पादन 3 गुना बढ़ जाएगा. उन्होंने कोल्ड ड्रिंक की बजाय दूध पीने की सलाह दी. कहा कि बाजार में अलग-अलग फ्लेवर के मिल्क आ रहे हैं. दूध उत्पादन बढ़ेगा तो किसानों को भी खूब फायदा होगा.
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